हर पल सुख के समुन्दर मे तैरती हूॅ खोई हुई लहरों को,, भले ही साहिल की तलाश हो मै तो तुझमें ही मजधार, पतवार और फिर किनारा ढूँढती हूॅ---------- नीरू"निराली"
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